धन लाभ व कर्जा मुक्ति के लिये माँ काली का शाबर मंत्र

धन लाभ व कर्जा मुक्ति के लिये:-

महाकाली आदिशक्ति का रौद्र रूप है, माँ काली की उत्पति उस समय हुई थी जब प्रजापति दक्ष ने भगवान् शिव को यज्ञ में आमत्रित नहीं किया। इस बात से माँ सती बहुत हतास हो गयी। उन्होंने यज्ञ कुंड में कूदकर अपने प्राणो की आहुति दे दी। तब भगवान् शिव बहुत क्रोधित हो गए, उन्होंने अपनी जटा को सर से उखाड़ा ऒर एक पत्थर पर दे मारा जिस के परिणामस्वरूप उनकी जटा के दो टुकड़े हो गए, एक हिस्से से भगवन शिव के रौद्र रूप वीरभद्र पैदा हुआ दूसरे हिस्से से माँ काली की उत्पति हुई। माँ काली एक ऐसी देवी है जो अपने भगतों पर अपनी कृपा दृष्टि बनने पर किसी भी प्रकार की समस्या से उनके भक्त को बचा लेती है। माँ काली का रौद्र रूप अत्यंत विकराल है माँ काली की शक्तियों को तामसिक ऊर्जा में भी उपयोग में लाया जा सकता है।

धन लाभ व कर्जा मुक्ति के लिये आप इस मंत्र का केवल सुबह के समय 30 मिनट तक जाप करें और सुख की अनुभूति से अभिभूत हों।
मंत्र:-
ओम नमो चंडी चंडी महा चंडी काली काली महाकाली
दुर्गे दुर्गे महादुर्गे संकट हरो रक्षा करो मनोकामना पूर्ण करो
जो न करो तो दुहाई गुरु गोरख नाथ की
दुहाई ईश्वर महादेव गोरा पार्वती की
महाबलीभैरव की दुहाई |

विशेष:-याद रखिये आपके द्वारा शुरू किये गये मंत्र जाप पहले दिन से ही काम करना शुरू कर देतै है।लेकिन सबसे पहले प्रारब्ध के पापों को नष्ट करते है। देवताओं की शक्ति इन्हीं पापों को नष्ट करने मे खर्च हो जाती है।
और जैसे ही ये पाप नष्ट होते हैआपको एक आलौकिक तेज एक आध्यायात्मिक शक्ति और सिध्दि प्राप्त होने लगती है।
नोट:– मंत्र साधना गुरु जी की निगरानी में ही करें अन्यथा परिणाम घातक हो सकते है। किसी भी मंत्र कि सपूर्ण फल प्राप्ति के लिए इन्हें जाग्रत करने की आवश्यकता होती है, जो की गुरु जी द्वारा ही किया जाता है।
अत्यंत विशेष :- सभी भक्त ज्यादा से ज्यादा साधना करें ये उचित समय है सारी आत्माएं शांत है समय थम सा गया है कोई फालतू शोर शराबा नहीं है। यही उचित समय है साधना द्वारा भगवान का आशर्वाद प्राप्त करने का और सारे देवी देवता जागृत है, बस आपकी एक श्रद्धा भरी पुकार की जरूरत है। इस वक़्त की गई साधना बिफल नहीं जाएगी अपितु 100 गुणा ज्यादा फलदाई रहेगी।और आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत करने का यही उत्तम समय है।