धन धान्य में वृद्धि देने वाला माँ काली का दुर्लभ शाबर मंत्र

धन धान्य में वृद्धि देने वाला माँ काली का दुर्लभ शाबर मंत्र:-

यह मंत्र अंत्यंत दुर्लभ है साथ में इसका प्रभाव बहुत ही जल्दी होता है। ये मंत्र एक प्रकार का शाबर मंत्र है।  इसका उपयोग करने से किसी साधक के घर में धन धन्य की वृद्धि होती है । उसके पास किसी भी चीज की कमी नहीं रहती है। बस इस मंत्र के सच्चे मन से करे , मन में किसी भी प्रकार का मेल न रखे , पूर्णतय शुद्ध  होकर ही इस मंत्र का जाप करे तथा नियमो का पालन करे जैसा की पोस्ट में बताया गया है।

मंत्र:-

ओम काली काली महाकाली।

बर्मा की बेटी इंद्र की साली।

हाथ में छड़ी मशान में खड़ी।

चले चले, देव चले देवता चले

नर चले नारी चले, किया कराया।

भागे 360 कोसदूर धन ,धान्य, ।

रिद्धि सिद्धि आंगन विराजे।

माता काली की कृपा बरसे।

मित्र बढे कटे दुश्मन‌।

माता काली के साथ ‌।

कौन-कौन चले।देव चले।

दानव चले पितृ चले गोत्र चले,।

दाए हनुमान चले।

बाये भैरव चले, चले।

रे चले महाकाली।

मेरी भक्ति गुरु की।

शक्ति देखु मां काली‌।

तेरे इल्म की शक्ति।

दुहाई गुरु गोरखनाथ की।

दुहाई गुरु मछिंद्रनाथ की।

शब्द साचा फुरो मंत्र ईश्वरोवाचा।

 

आदेश भाई बहनों। हमने सोचा सच में भाविक भक्तों के मन में जिज्ञासा उत्पन्न हो रही है और हमें लोपयोगी

मंत्र, साधना लोगों को देनी चाहिए। इसलिए अच्छी-अच्छी साधना हम आपको दे रहे हैं।

यह महाकाली का बहोत गुप्त मंत्र है।

विधी:कनेर की 1 इंच लकड़ी को। 108 बार अभिमंत्रित करके। अपने अनाज में रखें। धन और धान्य की वृद्धि होगी।

२   चेटुक से बचाव होगा।

३वह आप खेत में भी रख सकते हैं। फसल बहुत अच्छी आएगी।

 

विशेष :याद रखियेआपके द्वारा शुरू किये गये मंत्र जाप पहले दिन से ही काम करना शुरू कर देतै है।लेकिन सबसे पहले प्रारब्ध के पापों को नष्ट करते है।देवताओं की शक्ति इन्हीं पापों को नष्ट करने मे खर्च हो जाती है।
और जैसे ही ये पाप नष्ट होते हैआपको एक आलौकिक तेज एक आध्यायात्मिक शक्ति और सिध्दि प्राप्त होने लगती है।
नोट :- मंत्र साधना गुरु जी की निगरानी में ही करें अन्यथा परिणाम घातक हो सकते है। किसी भी मंत्र कि सपूर्ण फल प्रापती के लिए इन्हें जाग्रत करने की आवश्यकता होती है, जो की गुरु जी द्वारा ही किया जाता है।

अत्यंत विशेष :- सभी भक्त ज्यादा से ज्यादा साधना करें ये उचित समय है सारी आत्माएं शांत है समय थम सा गया है कोई फालतू शोर शराबा नहीं है। यही उचित समय है साधना द्वारा भगवान का आशर्वाद प्राप्त करने का और सारे देवी देवता जागृत है, बस आपकी एक श्रद्धा भरी पुकार की जरूरत है। इस वक़्त की गई साधना बिफल नहीं जाएगी अपितु 100 गुणा ज्यादा फलदाई रहेगी।और आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत करने का यही उत्तम समय है।