हजरत अली की साधना और चौकी
हजरत अली जी के नाम से कौन वाकिफ नहीं होगा ? वह स्वयं पैगम्बर मुहम्मद जी के दामाद थे और आपकी पत्नी का नाम बीबी फातिमा था। आप को शेर-ऐ-खुदा भी कहा जाता है और कुछ लोग आपको शाह अली के नाम से भी जानते है। इस्लाम के प्रचार और प्रसार में आपका महत्वपूर्ण योगदान था और आप पैगम्बर मुहम्मद जी के बहुत करीब थे। मुस्लिम साबर मन्त्रों में हजरत अली से सम्बंधित बहुत से अमल है । हजरत अली को सबसे ऊँचा पीर माना जाता है, क्योंकि पैगम्बर मुहम्मद जी के मुख्य शिष्यों में हजरत अली और ख्वाजा रत्न हाजी का नाम आता है । ख्वाजा रत्न हाजी बहुत समय तक पैगम्बर मुहम्मद जी के साथ रहे थे। फिर वह भारत आ गए और पंजाब के शहर भटिंडा में डेरा बनाया और इस्लाम का प्रचार भारत में शुरू कर दिया।
जीवन परिचय हजरत अली:-
१७ मार्च सन ६०० में अली इब्ने अबी तालिब का जन्म हुआ। अली “हजरत अली” नामसे बादमें प्रसिद्ध हुए थे। हज़रत अली की पैदाइश सऊदी अरब के मक्का में हुई। अली की पैदाइश के वक्त उनकी माता फातिमा मक्का में काबे की तरफ दुआ मांगने जा रही थी, लेकिन काबे के दरवाजे को ताला लगा हुआ था। तो जब वो वहा कड़ी थी तो काबे की दीवार फट गई और फातिमा अंदर दाखिल हुई। अली के पिता अबुतालिब इब्ने अब्दुल मुत्तलिब और पैगंबर मोहम्मद भी वह पहुंचे हुए थे। उनके काबे मे तशरीफ लाने के चार दिन बाद फातिमा बाहार हात में अपने बच्चे को लेते हुए आई। सब जमा हुई भीड़ उनके तरफ आनंद से देख रही थी। पैगंबर मोहम्मद साहब ने बच्चे का नाम अली रख दिया था। पैगंबर मोहम्मद साहब के पिता अब्दुल्लाह और अली के पिता भाई थे, तो वो अली के चचेरे भाई हुए। पैगंबर मोहम्मद साहब की उम्र उस वक्त २८ साल थे । अली मोहम्मद पैगम्बर साहब के साथ ही बचपन से रहते थे।
हजरत अली सारी उम्र पैगम्बर मुहम्मद जी के पास ही रहे और उन्होंने पांच चिस्ती खानदान चलाये । इसी चिस्ती खानदान में आगे चलकर ख्वाजा मोईनुद्दीन चिस्ती और बाबा फरीद जैसे उच्च कोटि के मुस्लिम फकीर हुए जिन्होनें इस्लाम का खूब प्रचार किया । कहा जाता है कि औरंगजेब सवा मन जनेऊ उतरवाकर फिर एक समय का खाना खाता था और धर्म परिवर्तन के लिए हिन्दुओं के साथ जुल्म करता था पर बाबा फरीद ने प्रेम और करामात से अधिक धर्म परिवर्तन करवा दिया था । यदि हजरत अली ना होते तो शायद इस्लाम का इतना प्रचार न होता और कहा जाता है कि “अली को देखा नबी को देखा, नबी को देखा खुदा को देखा” मतलब जिसने अली को देख लिया उसने खुदा को ही देख लिया यह कहना गलत नहीं होगा । मेरे गुरुदेव जी इस्लामिक साबर मन्त्रों के भी बहुत अच्छे जानकर थे, उन्होंने मुझे हजरत अली का डंका, हजरत अली की ललकार और भी हजरत अली से सम्बंधित अनेकों अमल बताएं थे । इस्लाम में पैगम्बर मुहम्मद के बाद जो स्थान हजरत अली का है वह शायद ही किसी और का हो । मैं यहाँ एक ऐसा शाबर मंत्र दे रहा हूँ जिससे हजरत अली की कृपा प्राप्त की जा सकती है और इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद आप बड़े से बड़े भूत प्रेत और जिन्न से पीड़ित व्यक्ति का इलाज बड़ी आसानी से कर सकते है।
मंत्र:-
बिस्मिल्लाह रहमान ऐ रहीम,
लाइल्लाहा की कोठरी,
ईल अल्लाह की खाई,
हज़रत अली की चौकी,
मोहम्मद रसूल इल्लाह की दुहाई।
विधि:-
इस मन्त्र का हररोज सूर्य उदय के बाद मतलब सात वजे लगभग 101 बार जप करे । 41 दिन जप करे, शुक्ल पक्ष के गुरुवार से शुरू करे और और हर गुरुवार पीले चावल बांटे। मन्त्र सिद्ध हो जायेगा।
प्रयोग विधि:-
प्रयोग के वक़्त पानी 101 मन्त्र जप से अभिमत्रित करे और भूत प्रेत से पीड़ित आदमी को पिलाये, कैसा भी बड़े से बड़ा भूत, प्रेत, जिन्न, शैतान क्यों न हो भाग जायेगा । अभिमंत्रित जल को अपने घर में छिडके और रोगी को पिलाये ऐसा 41 दिन करे।
हजरत अली की चौकी
मैं आपको हजरत अली की चौकी भी बता रहा हु इसे सिद्ध कर के आप कही भी चौकी लगा सकते है:-
याहि सार सार सार,जिन्न देव पारी नवस्कफार, एक खाये दूसरे को फार, चहु और अमिया पसार मलायक अस चार दुहाई दस्तखे जीब्राइल बाए वे खैभी काइल दाई दस्न दस्न हुसैन पीठ खदे खैई , आमिल कलेजे राखे इजराइल दुहाई मुहम्मद अली लाह इलाही की कंगूर लिल्हाह की खाई पैगम्बर हजरत अली की चौकी नख्त मुहम्मद रसुलिल्लाह की दुहाई।
विधि:- वैसे तो ये मंत्र स्वयं सिद्ध है परंतु इसकी एक बार साधना करने से ये प्रबल हो जाता है सबसे पहले किसी शुक्लपक्ष के पहले गुरुवार से ये साधना शुरू करे 11 दिन तक रोज 111 बार जाप करे. दिशा पश्चिम ले पास में लोभान अगरब्बति जालाये माला हकीक की ले सकते हैं आसन वस्त्र सफेद ले या आपके पास जो भी उपलब्ध हो ले।
प्रयोग:-इस मंत्र से आप किसी को धागा बना के दे सकते है, 2) 4 लोहे की कील ओर राई को अभिमंत्रित कर के घर के चार कोनो में गाड़ देने से घर मे चोकी लग जायेगी घर मे कुछ भी प्रवेश नही कर पायेगा, 3) साधना में भी शरीर पे फुक मार के रक्षा होती है, चाकू पे मंत्र पढ़ के घेरे लगा सकते है।