माना जाता है कि समुद्रमंथन से जिन लक्ष्मी उत्पत्ति भी हुई थी, उसे  तात्पर्य लक्ष्मी नाम                 दिया गया है।

माँ लक्ष्मी की पूजा शुक्रवार के दिन की जाती है।

पुराणों के अनुसार माँ लक्ष्मी के     आठ अवतार हुए है।

दीवाली के अवसर पर महा लक्ष्मी की पूजा श्री गणेश जी के साथ की जाती है। 

धन की देवी महालक्ष्मी का वाहन हाथी है। 

धन की देवी महालक्ष्मी का सम्बन्ध कुबेर तथा देवराज इंद्र के साथ माना जाता है। 

समुन्द्र मंथन से निकली हुई लक्ष्मी के हाथ में स्वर्ण से भरा हुआ कलश है जिससे सदा धन की बारिश होती रहती है। 

शास्त्रों के अनुसार माँ लक्ष्मी के ८ रूप है।